यथार्थ :याद रहे सोडियम शैतान नहीं है। आपको बने रहने के लिए जीवन की कायमी के लिए यह पुष्टिकर तत्व भी चाहिए ही चाहिए। आपका शरीर स्वयं इसका निर्माण नहीं कर सकता। यह इलेक्ट्रोलाइट आपके रक्त के वॉल्यूम ( खून के आयतन )को बढ़ाता है। और यदि आप दिन भर सक्रिय रहते हैं तब ऐसा होना होते रहना एक बड़ी बात समझी जायेगी। जरूरत के अनुरूप ब्लड वॉल्यूम बनाये रहना आपकी डेढ़ वर्ग मीटरी चमड़ी से ताप बाहर निकलता रहे इसके लिए निहायत ज़रूरी समझा गया है।इससे चमड़ी को पुष्टिकर तत्व ज़ज़्ब करने में भी मदद पहुँचती है। शरीर की महनत कश कोशिकाओं को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति बनी रहती है। हृद पेशी को भी यह ऑक्सीजन इमदाद पहुँचती है।
पसीने के ज़रिये सोडियम ही वह खनिज है जिसका सबसे ज्यादा निष्काशन होता है शरीर तंत्र से। मूत्र त्याग में भी इस लवण का निष्काशन होता है। पर्याप्त जलीकरण बना रहे इसके लिए इस साल्ट की आपूर्ति होते रहना ज़रूरी है। इसलिए कितना साल्ट पर्याप्त या ज्यादा माना समझा जाएगा। इस सवाल का कोई सीधा दो टूक ज़वाब नहीं है। अगली क़िस्त में इसका उल्लेख एक चार्ट के ज़रिये किया जाएगा।
पसीने के ज़रिये सोडियम ही वह खनिज है जिसका सबसे ज्यादा निष्काशन होता है शरीर तंत्र से। मूत्र त्याग में भी इस लवण का निष्काशन होता है। पर्याप्त जलीकरण बना रहे इसके लिए इस साल्ट की आपूर्ति होते रहना ज़रूरी है। इसलिए कितना साल्ट पर्याप्त या ज्यादा माना समझा जाएगा। इस सवाल का कोई सीधा दो टूक ज़वाब नहीं है। अगली क़िस्त में इसका उल्लेख एक चार्ट के ज़रिये किया जाएगा।
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