सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Myth # 6 Everyone needs eight glasses of water a day (HINDI PART VI )

यथार्थ :

यह बात वैसे ही है जैसे कोई कहे प्रत्येक व्यक्ति को एक दिन में २८०० केलोरीज़ का भोजन तो ग्रहण करना ही चाहिए। अब आपका वजन कितना है दिन भर में आप करते क्या हैं कितना सक्रिय या निट्ठल्ले रहते हैं आपके गिर्द तापमान कितना रहता है ये तमाम बातें मिलकर निर्धारित करतीं हैं के आपको दिनभर में कितना पानी पीना चाहिए ये मात्रा दो से लेकर छः क्वार्ट तक कुछ भी हो सकती है। 

क्वार्ट तरल की माप बतलाता है जिसका मतलब एक चौथाई गेलन (. 94 litre )अमरीका के माप से और १.  १ लिटर ब्रितानी माप से आएगा। 

जिस दिन आप किसी भी प्रकार का व्यायाम कैसी भी कसरत नहीं करते ,न सैर को निकलें हैं उस दिन अपने पेशाब के  रंग पर गौर कीजिये यह आपको लेमोनेड सा ज्यादा दिखेगा पीलाई लिए कम  पानी सा साफ़ रंगहीन कम.डार्क रंग का मतलब  अक्सर निर्जलीकरण ही होता है। 

जिस दिन आपने जमके व्यायाम किया है उस दिन कसरत से पहले और बाद में लिए गए अपने ही वजन पे नज़र डालिये। भार में दिखी प्रत्येक पोंड कमी के लिए आपको हिसाब से ढाई से तीन कप पानी यानी तकरीबन २० से लेकर २४ पोंड तक तरल   पीना चाहिए। इलेक्ट्रोलाइट बेलेंस की पुनर्प्राप्ति के लिए यह ज़रूरी समझा जाएगा।   

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

मन फूला फूला फिरे जगत में झूठा नाता रे , जब तक जीवे माता रोवे ,बहन रोये दस मासा रे , तेरह दिन तक तिरिया रोवे फ़ेर करे घर वासा रे।

पेड़ से फल पकने के बाद स्वत : ही गिर जाता है डाल से अलग हो जाता है एक मनुष्य ही है जो पकी उम्र के बाद भी बच्चों के बच्चों से चिपका रहता है। इसे ही मोह कहते हैं। माया के कुनबे में लिपटा रहता है मनुष्य -मेरा बेटा मेरा पोता मेरे नाती आदि आदि से आबद्ध रहता है।  ऐसे में आध्यात्मिक विकास के लिए अवकाश ही कहाँ रहता है लिहाज़ा : पुनरपि जन्मम पुनरपि मरणम , पुनरपि जननी जठरे शयनम।  अनेकों जन्म बीत गए ट्रेफिक ब्रेक हुआ ही नहीं।    क्या इसीलिए ये मनुष्य तन का चोला पहना था। आखिर तुम्हारा निज स्वरूप क्या है। ये सब नाते नाती रिश्ते तुम्हारे देह के संबंधी हैं  तुम्हारे निज स्वरूप से इनका कोई लेना देना नहीं है। शरीर नहीं शरीर के मालिक  शरीरी हो तुम। पहचानों अपने निज सच्चिदानंद स्वरूप को।  अहम् ब्रह्मास्मि  कबीर माया के इसी कुनबे पर कटाक्ष करते हुए कहते हैं :मनुष्य जब यह शरीर छोड़ देता है स्थूल तत्वों का संग्रह जब सूक्ष्म रूप पांच में तब्दील हो जाता है तब माँ जीवन भर संतान के लिए विलाप करती है उस संतान के लिए जो उसके जीते जी शरी...

You are as old as your feet (HIndi ): *बुढापा पैरों से शुरु होता है* (विशेषतः मेरे सीनियर सिटीजन मित्रों के लिए)

  *बुढापा पैरों से शुरु होता है* (विशेषतः मेरे सीनियर सिटीजन मित्रों के लिए) मुझे आज उपरोक्त संदर्भ में एक समझने लायक लेख मिला। मैं तो रोज कम से कम 45 मिनट लगातार पैदल चलता हूं जो मेरे ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करता है व यही सीनियर सिटीजन्स हेतु सबसे अच्छी एक्सरसाइज है। इस लेख में पैदल चलने के और भी फायदे बताए हैं। मैं पैरों के नर्व्स और वेंस के लिए स्ट्रेच एक्सरसाइज़ में अलाली कर लेता था, जो अब नही करूँगा। क्योंकि पिंडली को कुछ लोग इसमें नर्व्स और वेंस के कारण इसे छोटा दिल जो कहते हैं। शायद ये लेख आपको भी उचित लगे। मनोहर गजपल्ला *बुढ़ापा पैरों से ऊपर की ओर शुरू होता है !  अपने पैरों को सक्रिय और मजबूत रखें !!* जैसे-जैसे हम साल ढलते जाते हैं और रोजाना बूढ़े होते जाते हैं, हमारे पैर हमेशा सक्रिय और मजबूत बने रहने चाहिए। जैसा।  हम लगातार बूढ़े हो रहे हैं / वृद्ध हो रहे हैं, हमें  बालों के भूरे (या) त्वचा के झड़ने (या) झुर्रियों से डरना नहीं चाहिए। दीर्घायु के संकेतों में, जैसा कि अमेरिकी पत्रिका "रोकथाम" द्वारा सारांशित किया गया है, मजबूत पैर की मांसपेशिय...

बहुगुणा तुलसी :आप भी आज़माएँ

उपलब्ध सनातन भारतीय संस्कृति में विष्णु प्रिया तुलसी का जहां आध्यात्मिक महत्व है वहीँ तुलसी के औषधीय गुण भी अक्सर चर्चा में रहते हैं। इसकी एक ताज़ा झलक यहां प्रस्तुत है : विटामिन A ,D लौह तत्व आयरन के अलावा तुलसी जल  घुलने न घुलने वाले दोनों  प्रकार के खाद्य रेशों से लबालब है। आवश्यक खनिज लवणों एवं विटामिनों का एक समहू (एंटीऑक्सीडेंट्स )तुलसी में मौजूद हैं। एक और जहां पांच तुलसियों का सत आपके लिए बाज़ार में सहज सुलभ है वहीँ काढ़े की तरह ग्रीन टी की तरह आप घर में भी दो कप शुद्ध  जल में दो तीन मिनिट तुलसी को मंदी आंच पर उबाला दे छानकर  पी सकते हैं स्वादानुसार एक चम्मच शुद्ध शहद भी इस गुनगुने जल में मिलाकर आप इसे सुबह की चाय  का बढ़िया विकल्प बना सकते हैं।  कब्ज़ की बेहद आमफहम समस्या से निजात दिलवाएगा आपको ये घर में तैयार टॉनिक। पहले आज़माएँ फिर विश्वास करे।हाज़िम है यह सुबह का टॉनिक खाली पेट लेते रहें।  खून में थक्का बनने को मुल्तवी रखेगा ये तुलसी सार। उच्च रक्त चाप और परि-हृदय धमनी रोगों से ग्रस्त लोगों के लिए रामबाण साबित होगा।  शरीर से विष को निकाल बाहर...