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6 Harmful Effects of Drinking Coca Cola (Coke) or Pepsi)(HINDI)

पेप्सी बोली सुन कोककोला ,
भारत का इंसान है भोला।
विदेश से मैं आईं हूँ ,
मौत साथ में लाईं हूँ।
लहर नहीं ज़हर हूँ मैं ,
गुर्दों पर गिरता कहर हूँ मैं।
पीएच मान मेरा दो पाइंट सात ,
गिरें जो मुझमें गल जाएँ दांत।
ज़िंक आर्सेनिक लेड हूँ मैं ,
काटे आँतों को वो ब्लेड हूँ मैं।
दूध मुझसे बहुत ,सस्ता है ,
पीये मुझे जो उसकी हालत खस्ता है।
५४० करोड़ कमाती हूँ ,
विदेश में ले जाती हूँ।
मैं पहुंची हूँ आज वहां पर ,
पीने को नहीं जल भी जहां पर।
महंगा पानी मैं सस्ती हूँ ,
रहती अपनी मस्ती मैं हूँ।
छोड़ नकल अब अक्ल से जियो ,
'
जो भी पियो भाई सम्भलके पियो।
नीम्बू नीर पियो मेरे भैया ,
छोड़ पेप्सी कोक मेरे भैया।
पार लगेगी तुमरी नैया।
सबका है यहां कृष्ण खिवैया।

यकीन मानिये प्यास शीतल जल से ही बुझती है चीनी भरी सोडा उसे भड़काती है। फिर दिल करता है जल मिल जाए शुद्ध शीतल जल घड़े सुराही का ठंडा पानी। 

याद रखिये :

(१ )कैफीन ,एसपारटेम ,और परिष्कृत शक्कर (शुगर )की तिकड़ी का डेरा है इन पेयों में ,जो अपेय ही कहे जायेंगे।इनमें से एसपारटेम अनेक रोगों की वजह बनता देखा गया है इसीलिए कथित सॉफ्ट ड्रिंक्स (सोडा )को लेकर कई विकसित देशों में निर्माता कंपनियों के खिलाफ मुकद्दमे  चल रहें हैं वहां की अदालतों में। अलावा इसके कैफीन और परिष्कृत सुगर एक लती कारक खाद्य हैं । अमरीकी बच्चों को किशोरावस्था में प्रवेश लेते लेते ब्रेसेस लग जाते हैं। चेहरा खूबसूअरत मुक्तावलि बदशक्ल। 
मधुमेह का गढ़ बनता जा रहा है अमरीका इसी लत के पीछे पीछे। 

(२ )किडनी फेलियोर की अनेक वजहों में से एक बड़ी वजह बेहद मीडिया हाइप किया गया डाइट ड्रिंक बन रहा है फिर चाहे वह कैसा भी कोला हो ,कोयला ही है।बीमारी है जिसे आप पैसे देकर खरीद रहे हैं।

(३ )किसी भी वर्कआउट के बाद मशक्कत  का काम या व्यायाम कैसी भी थकाऊ कसरत के बाद गुनगुने गर्म पानी का सेवन आपकी  कैलरी बर्न करने की रफ़्तार को बढाए रहता है। चीनी लदे सॉफ्ट पेय इसे शीथिल बना देते हैं घटा देते हैं अलावा इसके हमारे शरीर में से चर्बी को जलाने वाले एन्ज़ाइम्स का देखते देखते ही सफाया कर देते हैं। बस हो गया आपका स्रावी तंत्र नाकारा। लो कल्लो बात :सोडा  पीने  वालों की बात ही कुछ और है।दिल करता है प्यास बुझे। 

(४ )चोली दामन के संगी मोटापा और मधुमेह (ओबेसिटी एन्ड डायबिटीज ):सोडा बोले तो  ऐरेटिड कोला ड्रिंक्स के बढ़ते चलन के साथ मोटापा और मधुमेह भी साथ -साथ रहते हैं हमारे  . 

मोटापा सब रोगों की अम्मा है तो मधुमेह उस अम्मा की भी अम्मा है :दिल फेफड़ा गुर्दे सब इस दुरभिसंधि के लपेटे में आ जाते हैं। मधुमेह ग्रस्त लोगों को खासकर इस पेयों से छिटकना चाहिए। खून में मंडराती शक्कर का स्तर झटपट दोगुना हो जाता है इन कोला पेयों के डकारने के तुरत बाद। 
अधुनातन शोध का इशारा रहा आया है :कैंसर पैदा करने वाली कोशाओं को भी बढ़ावा देतें हैं ये पेय। 
(५ )मुक्तावलि और अस्थियों की खैर नहीं :

हाइड्रोजन पोटेंशिअल  बोले तो pH 3.2 है इन कोला पेयों का उस नियत पैमाने पर रहता जो ये तय करता है के कोई पेय अम्लीय(एसिडिक ) है या क्षारीय (एल्कलाइन ). बस दन्तावली के साथ ये तेज़ाबी स्तर खुलके खेलता है। दांतों की आब इनेमल ले उड़ता है कोला। खोखला बना देता है दांतों को। 
(६ )कोला केस कोला कैन्स सुरक्षित भी नहीं हैं इन पेयों की सेल्फ लाइफ के लिए। इनकी दीवारों से ऐसे घटक रिसते  हैं जो प्रजननं संबंधी समस्याएं इनके लगातार सेवन और लत से पैदा होतीं हैं। 
What Does pH Stand For?
Have you ever wondered what pH stands for or where the term originated? Here is the answer to the question and a look at the history of the pH scale.
Answer: pH is the negative log of hydrogen ion concentration in a water-based solution. The term "pH" was first described by Danish biochemist Søren Peter Lauritz Sørensen in 1909. pH is an abbreviation for "power of hydrogen" where "p" is short for the German word for power, potenz and H is the element symbol for hydrogen. The H is capitalized because it is standard to capitalize element symbols. The abbreviation also works in French, with pouvoir hydrogen translating as "the power of hydrogen"
https://www.healthy-drinks.net/6-harmful-effects-of-drinking-coca-cola-coke-or-pepsi/

6 Harmful Effects of Drinking Coca Cola (Coke) or Pepsi)

Jogged, walked, worked, and feeling tired ? A soft drink refreshes the body instantly. The magic of the fizz seems to soothe the nerves and the mind at such times. And so consequently, according to studies, about 90% of moderate income population prefers soft drinks like Coca Cola or Pepsi after a tiring day.
What is this drink ? 
Coca Cola and Pepsi are such products that have been scrutinized by the environment and human rights department for inducing bad and unhealthy food products. The brands are symbolic of all soft drinks that are nothing but sugar or artificially sweetened sodas with color.
Drinking Coca Cola (Coke) or Pepsi – Side Effects
The trend of having these beverages increased with the introduction of Diet versions. These versions claim to have no added sugar which can keep a check on the weight factor. Teenagers and women, especially, have been reported to consume this product ever more than before.
With a number of more companies coming up with similar products, the researches done by some of the universities seem to be undone. However, if you are reading this article be sure about certain facts before touching your lips to another can of Coca Cola or Pepsi.

Harmful Effects of Drinking Coca Cola (Coke) or Pepsi

The particulars mentioned here are merely the reproductions of the results concluded by some of the known universities around the world. It has been observed that consumption of soft drinks must be checked as soon as possible.
A glass of cold water can be less attractive but is much healthier and better choice in terms of survival. It is always better to prevent than to cure.
1) Caffeine, Sugar and Aspartame: These products are invariably present within the sweetened soft drinks. Coca Cola and Pepsi have been under lawsuits in some of the developed countries against using Aspartame which causes several diseases. Children should be strictly restricted from consuming products with Aspartame. Furthermore, caffeine and sugar are very addictive leading to another set of diseases like diabetes and a life-long habit of inducing caffeine in the body.
2) Kidney Failures: The sweet sugar is definitely not the reason for a failing kidney but the artificial sweeteners are. Hence consuming Diet versions of Coca Cola or Pepsi have proved to produce more impairment than the sweet versions.
3) Metabolism Level Decreases: A glass of warm water can speed up you metabolic rate but may taste awful after a workout session. A can of Coke can surely be tasty but it really decreases the metabolism and helps in destroying the fat burning enzymes in no time. Thus a can of either Diet Coke or simple Coca Cola after a rigorous workout or busy day is strictly not advisable.
4) Obesity and Diabetes: Obesity was never a major problem when Coca Cola or similar products were not introduced. But with an advent of these products, a major portion of the population is turning obese which includes children and teenagers.
Obesity is the root of diseases that affect heart, lungs, and kidney. Researches have also been proving that obesity may be a cause to trigger cancer cells.
Similarly, patients with diabetes must never touch beverages like Coke or Pepsi since it increases level of sugar in blood by twofold. Non-diabetic persons should avoid these drinks in order to keep diabetes away.
5) Teeth and Bone Damage: The pH level of Coke or Pepsi is 3.2 which are quite high. This pH level decides the acidic nature of a liquid. Hence these beverages are acidic in nature and can dissolve bones and enamels very quickly.
6) Reproduction problems: A research has shown that the cans of Coke or Pepsi are coated with such chemicals that may lead to reproduction problems with regular consumption.

Drinking Coca Cola (Coke) or Pepsi - Side Effects
Drinking Coca Cola (Coke) or Pepsi – Side Effects

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