सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Eating Apples and Tomatoes Repairs Lungs

Eating lots of fresh tomatoes and fruit ,especially apples ,helps heal damaged lungs of ex-smokers ,reports Johns-Hopkins University researchpublished in the European Respiratory Journal .The study , which followed more than 650 people between 2002 and 2012 ,also found that those that ate more than two tomatoes or more than three portions of fresh fruit daily experienced markedly less of the natural decline of lung function that typically occurs after age 30.

अलावा इसके गन्ने का ताज़ा रस फेफड़ों की सफाई करता है धूम्रपान से होने वाली नुकसानी की  भरपाई कर देता है। गन्ने से तैयार गुड़ इसीलिए उन मज़दूरों को बांटा जाता है जो स्टोन क्रशर्स और ऐसी ही उद्योगों में काम करते हैं। 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

You are as old as your feet (HIndi ): *बुढापा पैरों से शुरु होता है* (विशेषतः मेरे सीनियर सिटीजन मित्रों के लिए)

  *बुढापा पैरों से शुरु होता है* (विशेषतः मेरे सीनियर सिटीजन मित्रों के लिए) मुझे आज उपरोक्त संदर्भ में एक समझने लायक लेख मिला। मैं तो रोज कम से कम 45 मिनट लगातार पैदल चलता हूं जो मेरे ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करता है व यही सीनियर सिटीजन्स हेतु सबसे अच्छी एक्सरसाइज है। इस लेख में पैदल चलने के और भी फायदे बताए हैं। मैं पैरों के नर्व्स और वेंस के लिए स्ट्रेच एक्सरसाइज़ में अलाली कर लेता था, जो अब नही करूँगा। क्योंकि पिंडली को कुछ लोग इसमें नर्व्स और वेंस के कारण इसे छोटा दिल जो कहते हैं। शायद ये लेख आपको भी उचित लगे। मनोहर गजपल्ला *बुढ़ापा पैरों से ऊपर की ओर शुरू होता है !  अपने पैरों को सक्रिय और मजबूत रखें !!* जैसे-जैसे हम साल ढलते जाते हैं और रोजाना बूढ़े होते जाते हैं, हमारे पैर हमेशा सक्रिय और मजबूत बने रहने चाहिए। जैसा।  हम लगातार बूढ़े हो रहे हैं / वृद्ध हो रहे हैं, हमें  बालों के भूरे (या) त्वचा के झड़ने (या) झुर्रियों से डरना नहीं चाहिए। दीर्घायु के संकेतों में, जैसा कि अमेरिकी पत्रिका "रोकथाम" द्वारा सारांशित किया गया है, मजबूत पैर की मांसपेशिय...

मन फूला फूला फिरे जगत में झूठा नाता रे , जब तक जीवे माता रोवे ,बहन रोये दस मासा रे , तेरह दिन तक तिरिया रोवे फ़ेर करे घर वासा रे।

पेड़ से फल पकने के बाद स्वत : ही गिर जाता है डाल से अलग हो जाता है एक मनुष्य ही है जो पकी उम्र के बाद भी बच्चों के बच्चों से चिपका रहता है। इसे ही मोह कहते हैं। माया के कुनबे में लिपटा रहता है मनुष्य -मेरा बेटा मेरा पोता मेरे नाती आदि आदि से आबद्ध रहता है।  ऐसे में आध्यात्मिक विकास के लिए अवकाश ही कहाँ रहता है लिहाज़ा : पुनरपि जन्मम पुनरपि मरणम , पुनरपि जननी जठरे शयनम।  अनेकों जन्म बीत गए ट्रेफिक ब्रेक हुआ ही नहीं।    क्या इसीलिए ये मनुष्य तन का चोला पहना था। आखिर तुम्हारा निज स्वरूप क्या है। ये सब नाते नाती रिश्ते तुम्हारे देह के संबंधी हैं  तुम्हारे निज स्वरूप से इनका कोई लेना देना नहीं है। शरीर नहीं शरीर के मालिक  शरीरी हो तुम। पहचानों अपने निज सच्चिदानंद स्वरूप को।  अहम् ब्रह्मास्मि  कबीर माया के इसी कुनबे पर कटाक्ष करते हुए कहते हैं :मनुष्य जब यह शरीर छोड़ देता है स्थूल तत्वों का संग्रह जब सूक्ष्म रूप पांच में तब्दील हो जाता है तब माँ जीवन भर संतान के लिए विलाप करती है उस संतान के लिए जो उसके जीते जी शरी...

बहुगुणा तुलसी :आप भी आज़माएँ

उपलब्ध सनातन भारतीय संस्कृति में विष्णु प्रिया तुलसी का जहां आध्यात्मिक महत्व है वहीँ तुलसी के औषधीय गुण भी अक्सर चर्चा में रहते हैं। इसकी एक ताज़ा झलक यहां प्रस्तुत है : विटामिन A ,D लौह तत्व आयरन के अलावा तुलसी जल  घुलने न घुलने वाले दोनों  प्रकार के खाद्य रेशों से लबालब है। आवश्यक खनिज लवणों एवं विटामिनों का एक समहू (एंटीऑक्सीडेंट्स )तुलसी में मौजूद हैं। एक और जहां पांच तुलसियों का सत आपके लिए बाज़ार में सहज सुलभ है वहीँ काढ़े की तरह ग्रीन टी की तरह आप घर में भी दो कप शुद्ध  जल में दो तीन मिनिट तुलसी को मंदी आंच पर उबाला दे छानकर  पी सकते हैं स्वादानुसार एक चम्मच शुद्ध शहद भी इस गुनगुने जल में मिलाकर आप इसे सुबह की चाय  का बढ़िया विकल्प बना सकते हैं।  कब्ज़ की बेहद आमफहम समस्या से निजात दिलवाएगा आपको ये घर में तैयार टॉनिक। पहले आज़माएँ फिर विश्वास करे।हाज़िम है यह सुबह का टॉनिक खाली पेट लेते रहें।  खून में थक्का बनने को मुल्तवी रखेगा ये तुलसी सार। उच्च रक्त चाप और परि-हृदय धमनी रोगों से ग्रस्त लोगों के लिए रामबाण साबित होगा।  शरीर से विष को निकाल बाहर...